INDIA VS CHINA : सिक्किम में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प

 INDIA VS CHINA : सिक्किम में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प

 

INDIA VS CHINA : सिक्किम में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई झड़प

भारत और चीनी सैनिकों के बीच पांच दिन पहले सिक्किम में झड़प हुई है। इसमें चार भारतीय जबकि 20 चीनी जवान घायल हो गए हैं। हालांकि चीन ने इस घटना को ढंकने की कोशिश की है। ऐसा ही कदम उसने पिछले साल जून में गलवां घाटी में हुई हिंसक झड़प के दौरान मारे गए अपने सैनिकों की संख्या छिपाने के लिए उठाया था।


भारतीय सेना ने जहां सिक्किम में हुई झड़प की पुष्टि करते हुए इसे मामूली बताया है। वहीं चीन ने इस घटना पर जवाब दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि हमारी सीमा के सैनिक चीन-भारतीय सीमा क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।


चीन ने भारत से अनुरोध किया है कि वह चीनी अधिकारियों से बात करें और किसी भी एकपक्षीय कार्रवाई से परहेज करे जो कि सीमा पर तनाव को बढ़ा सकती है। चीन ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति बनाए रखने के लिए भारत व्यावहारिक कदम उठाए। वहीं इससे पहले चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने इस खबर को फर्जी बताया था।

ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि सोमवार को भारतीय मीडिया ने चीनी और भारतीय सैनिकों में तीन दिन पहले झड़प की बात कही है, जिसमें दोनों तरफ के सैनिक घायल हुए हैं। उसके एक सूत्र ने बताया कि ये रिपोर्ट्स फर्जी हैं। पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के फ्रंट लाइन पेट्रोल लॉग्स में ऐसा कुछ दर्ज नहीं है।

यह भी पढ़ें- सिक्किम के नाकू ला में भारतीय जवानों ने चीन की घुसपैठ को किया नाकाम, 20 चीनी सैनिक घायल

चीन के मुखपत्र ने लिखा है कि दोनों देशों के अग्रिम सैनिकों के बीच टकराव हो सकता है, लेकिन यदि ऐसा टकराव होता है जिसमें सैनिक हताहत हुए हों, तो यह असंभव है कि रिकॉर्ड में इसे दर्ज ना किया जाए। हालांकि भारतीय सेना ने घटना की पुष्टि करते हुए इसे मामूली झड़प करार दिया है।

भारतीय सेना ने अपने बयान में कहा, 'हमसे सिक्किम क्षेत्र में भारतीय सेना और पीएलए सैनिकों के बीच टकराव को लेकर कई सवाल पूछे गए हैं। यह स्पष्ट किया जाता है कि 20 जनवरी 2021 को उत्तरी सिक्किम के ना कूला क्षेत्र में एक मामूली झड़प हुई थी और इसे स्थानीय कमांडरों ने स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार हल कर लिया था। मीडिया से अनुरोध है कि वे उन चीजों की अतिरंजित करने से बचें जो तथ्यात्मक रूप से गलत हैं।'

Reactions

Post a Comment

0 Comments