बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों का टैलेंट परखने के लिए अब हर साल को परीक्षा ली जाएगी। बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा देने के लिए हर वर्ष उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाएगी। जिसमें सभी शिक्षकों को पास होना आवश्यक होगा। बेसिक शिक्षा विभाग में गुणात्मक सुधार के लिए स्कूलों का कायाकल्प करने के साथ ही इंग्लिश मीडियम स्कूलों का संचालन किया जा रहा है। जिले के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अब पढ़ाई के
लिए जोर नहीं देना होगा, बल्कि शिक्षक उन्हें खेल-खेल में शिक्षा देंगे। इसके लिए पहले शिक्षकों को ब्लाक स्तर पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके बाद उन्हें परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। विभाग का मानना है कि शिक्षकों के परीक्षा में शामिल होने से उन्हें जिम्मेदारी का एहसास होगा और वह बच्चों को बेहतर ढंग से शिक्षा दे सकेंगे। फिलहाल इन दिनों बेसिक शिक्षा विभाग में बदलाव का दौर प्रारंभ हो गया है। पहले स्कूलों की दशा को सुदृढ़ किया गया और अब शिक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है। स्कूलों में शिक्षकों 1 जो कमी थी, वह भी दूर हो गई है।
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